Real estate meaning in hindi – रियल एस्टेट कंपनी क्या है ?

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आपने इंटरनेट पर रियल एस्टेट के बारे में पढ़ा या सुना जरूर होगा लेकिन क्या आपको रियल एस्टेट का मतलब पता है और क्या आप जानते है कि रियल एस्टेट क्या होता है ?

रियल एस्टेट क्या होता हैं ?

रियल एस्टेट का सीधा सा मतलब होता है जमीन या घर बेचने का व्यापार जिसमे मैनेजमेंट ऑपेरशन और इंवेस्टमेंट में डील होता हैं ।

बड़े बड़े शहरों जैसे दिल्ली,मुम्बई,न्यूयॉर्क,हांगकांग में रियल एस्टेट करोड़ो का बिज़नेस बन चुका हैं ।

रियल एस्टेट में आपको दस से बीस लाख के 1 bhk फ्लैट भी मिलेंगे और करोड़ो-अरबो रूपये के अपार्टमेंट्स भी मिलेंगे ।

रियल एस्टेट में लोगो के जरूरत और उनके आराम को नज़र में रख कर घर बनाये जाते हैं ताकि लोगो को ऐसे घर ज्यादा पसंद आये ।

जब भी आप कहीं बाहर घूमने या रहने जाते हैं तो आपने बड़ी-बड़ी बिल्डिंग को बनते जरूर देखा होगा वो सब भी रियल एस्टेट का ही एक हिस्सा होता हैं ।

साल 2019 तक इंडियन रियल एस्टेट का बिज़नेस 6 बिलियन डॉलर पार कर चुका था जिससे आपको अंदाजा लग जायेगा कि रियल एस्टेट के बिज़नेस में कितना पैसा हैं ।

आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताऊंगा की आप रियल एस्टेट का बिज़नेस कैसे शुरू करें और रियल एस्टेट का बिज़नेस कैसे शुरू कर सकते हैं।

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रियल एस्टेट का बिज़नेस कैसे शुरू करें ?

अब हम कुछ स्टेप्स के माध्यम से जान लेते हैं कि रियल एस्टेट का बिज़नेस कैसे शुरू करें –

1. अच्छा आईडिया खोजे

जैसा कि आपको पता होगा कि रियल एस्टेट के बिज़नेस में बहुत सारा कॉम्पिटीशन है क्योंकि इस बिज़नेस में पैसा भी बहुत ज्यादा है इसलिए अगर आप इस सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाला बिज़नेस में अपनी पकड़ बनाना चाहते है तो आपके पास एक अच्छा आईडिया या प्लान होना जरूरी हैं ।

आप किसी भी शहर में चले जाइए आपको कोई न कोई इस बिज़नेस को करता मिल ही जायेगा ।

रियल स्टेट में सबसे जरूरी बात है सिलेक्शन ऑफ लोकेशन , आपको कोई ऐसी जगह चुनना होगा जहाँ लोगो को आप ये समझा पाए कि अगर तो वहाँ प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करते है तो उन्हें इसका बहुत फायदा हो सकता हैं ।

इसके लिए आपको रिसर्च करना होगा कि जो लोग रियल स्टेट का बिज़नेस पहले से कर रहें है वो किस लोकेशन को टारगेट कर रहें हैं और उनके प्रोजेक्ट पर ऑडियंस कैसे रेस्पॉन्स कर रही है और आपको ये भी ध्यान रखना होगा कि आप कैसे कस्टमर को टारगेट करना चाहते हैं ।

अगर आप ये पहले ही तय कर लेते है कि क्या आप मिडल क्लास फैमिली को उनका सपनो का घर देना चाहते है ये बड़े लोगो के लिए एक होटल काम्प्लेक्स बनवाना चाहते है अगर आप ये तय करेंगे तो आपका success rate बढ़ सकता हैं ।

2.अपने प्लान को एक्सीक्यूट करें

बिज़नेस चाहे जितना भी छोटा हो आपको उसमे कुछ इन्वेस्टमेंट लगता हैं और उस इन्वेस्टमेंट को प्रॉफिट में बदलने के लिए आपको चाहिए फुल प्लानिंग चाहिए क्योंकि ये बहुत बड़ा बिज़नेस होता है और आपको अपने कस्टमर का ट्रस्ट हमेशा जितना होता है इसलिए आपको उस हिसाब से प्लान बनाना चाहिए और आपके प्लान में ये कुछ चीज़ें होनी ही चाहिए –

1.मार्किट रिसर्च –

आप अपने बिज़नेस में किस तरह के लोगो को सर्विस देना चाहते हैं और आपके प्रोडक्ट का सेगमेंट क्या है ,लोकेशन क्या है और आप लोगो की कौन सी जरूरतों को पूरा करना चाहते हैं ये सभी आपके पास डॉक्यूमेंटेड होनी चाहिए ताकि आप अपना purpose बता पाए ।

आप एक कस्टमर के तौर पर कुछ रियल एस्टेट बिज़नेस को विजिट करें और उनसे उनका बुकलेट ले आइए ताकि आपको एक ब्रीफ आईडिया लग जाये कि बाकी कॉम्पिटिटर क्या और कैसी सर्विस दे रहें हैं।

2.सेल्स और मार्केटिंग प्लान –

आप अपने रियल एस्टेट बिज़नेस में क्या अलग कर रहें हैं और ये दुसरो से अलग क्यों है ? आप अपनी मार्केटिंग कैसे करेंगे और आपके प्रोडक्ट कैसे बिकेंगे इसके लिए आपको एक प्रोफेसनल टीम की जरूरत पड़ेगी ।

3.मैनेजमेंट प्लान –

अगर आपके एक प्रोजेक्ट बना लिया और लोगो ने उसे खरीद भी किया लेकिन फिर उस प्रोजेक्ट के मैनजमेंट पर भी आपका सक्सेस रेट डिपेंड करेगा ।

आपको इसके लिए भी एक टीम रखनी होगी तो इसका देखभाल करेंगे।

4.फाइनेंसियल प्लान –

रियल एस्टेट में फाइनेंस या आपकी इन्वेस्टमेंट मैनेज करने के लिए तीन जरूरी फाइनेंसियल डॉक्यूमेंट होने जरूरी हैं ।

1. इनकम स्टेटमेंट

2. बैलेंस शीट

3. कॅश फ्लो स्टेटमेंट

5.लॉयर hire कीजिये –

रियल एस्टेट के बिज़नेस में आपको हर कदम पर एक लॉयर की जरूरत पड़ेगी ।

जमीन खरीदने , पेपर वर्क और कोर्ट के लीगल issue इन सभी चीज़ों में लॉयर आपकी बहुत मदद करेगा ।

अगर आपको कोई भरोसेमंद लॉयर मिल जाये तो आप उसे बिज़नेस पार्टनर भी बना सकते हैं ।

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6.रियल एस्टेट बिज़नेस लाइसेंस –

अगर आप रियल एस्टेट डेवलपर बनना चाहते है तो आपको इसके लिए लाइंसेंस बनवाना पड़ेगा क्योंकि कई बार कंस्ट्रक्शन साइट पर कुछ बुरे incidence भी हो जाते हैं जिसमे मज़दूरों की जान भी चली जाती हैं ऐसे में legal काम करना सबसे बड़ी समझदारी साबित होगी ।

और अगर आपका पेपर वर्क पूरा है और आप एक लाइंसेंस होल्डर है तो इससे कस्टमर का ट्रस्ट आपके ऊपर ज्यादा रहता हैं ।

इसलिए आप अपने बिज़नेस को प्राइवेट लिमिटेड या लिमिटेड लिबर्टी पार्टनरशिप के तौर पर रजिस्टर करवा सकते हैं और टैक्स पेमेंट के लिए GST रेजिस्ट्रेशन करवाना भी जरूरी हैं ।

लाइंसेंस बनवाने के लिए आपको रियल एस्टेट रेगुलेशन act के अंडर अप्लाई करना होगा ।

आप अपने स्टेट में लाइंसेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं और इसमें अपने लॉयर की मदद भी ले सकते हैं ।

लाइंसेंस की वैलिडिटी 5 साल तक कि होती है इस बात का जरूर ध्यान रखे ।

7.ऑथेंटिक वेबसाइट –

आज कल सभी लोग मोबाइल और इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं और कोई भी चीज़ ख़रीदने से पहले वो इंटरनेट पर रिसर्च कर चुके होते है ।

इसलिए आपके लिए ये जरूरी है कि आप इंटरनेट पर भी अपना अच्छा प्रेंसेन्ट बनाये इसके लिए आपको अपनी एक वेबसाइट बनानी होगी जहाँ आपको अपने ऐसे काम दिखाने होंगे जिससे लोग इम्प्रेस हो सकें ।

8.लांच पैड –

अगर आप मार्किट में नए है टी ज़ाहिर सी बात है कि आपको प्रचार की जरूरत पड़ेगी तो आप इसके लिए न्यूज़ पेपर , रेडियो या tv चैनल से बात करके अपने प्रोडक्ट के बारे में लोगो को बता सकते हैं ।

अपने advertisment में आप कुछ ऑफर्स भी निकाल सकते हैं जिससे आपके कस्टमर आपकी तरफ attract हो सकते हैं ।

आपने रियल एस्टेट बिज़नेस के बारे में बहुत कुछ जान किया कि रियल एस्टेट क्या होता है और रियल एस्टेट बिज़नेस कैसे करते हैं तो चलिए अब हम जानते है रियल एस्टेट बिज़नेस के फायदे के बारे में कई हमे इस बिज़नेस में कितना फायदा हो सकता हैं।

रियल एस्टेट बिज़नेस में कितना फायदा हैं ?

रियल एस्टेट के ढेर सारे फायदे हैं जैसे कि ये एक गारेंटी इनकम ऑफ source है जिसमे सही प्लानिंग के साथ कि गयी इन्वेस्टमेंट आपको हमेशा अच्छा return देती हैं ।

आप अपने प्रोजेक्ट को बेचने के साथ साथ रेंट पे भी दे सकते हैं जिससे आपको हमेशा एक फिक्स्ड इनकम आती रहेगी क्योंकि बहुत सारे ऐसे लोग भी होते है को प्रॉपर्टी को रेंट पे लेना ज्यादा प्रेफर करते हैं ।

अगर आप किसी भी समय जमीन में अपना पैसा लगाएँगे तो वो एक दिन जरूर बढ़ेगा क्योंकि जमीन एक लिमिटेड अमाउंट में है और सभी लोग इसे ख़रीदना चाहते हैं इसलिए इनकी रिसेल वैल्यू बहुत ज्यादा होती है जिससे आपको बहुत फायदा मिल सकता हैं ।

रियल एस्टेट के बिज़नेस में आने के बाद सोसाइटी में आपका स्टेटस भी बहुत बढ़ जाता है और वो प्रॉपर्टी आप एक बार खरीद लेते है फिर बाद में आप अपने मन से उसे खरीद या बेच सकते हैं और यह फाइनेंसियल सिक्योर फ्यूचर भी आपको देता हैं ।

अगर आप रियल एस्टेट में इन्वेस्टमेंट करते हैं तो गवर्नमेंट आपको टैक्स छूट भी देती हैं जिससे आपको बहुत फायदा होता हैं और ज्यादातर लोग अपना टैक्स बचाने के लिके भी जमीन खरीद लेते हैं।

रियल एस्टेट बिज़नेस शुरू करने के लिए कई सारे बैंक आसानी से लोन भी दे देते हैं ।

कैरियर इन रियल एस्टेट –

बहुत सारे लोग रियल एस्टेट को सिर्फ एक बिज़नेस की तरह देखते है लेकिन आप इसमें आसानी से जॉब भी पा सकते है ।

सभी बिल्डर को कारीगर और इंजीनिरिंग की जरूरत पड़ती है , और अगर आप एक इंटीरियर डिज़ाइनर है तब भी आप किसी बिल्डर से बात करके आसानी से उनके साथ काम कर सकते हैं ।

जैसे हर बिज़नेस में कुछ रिस्क फैक्टर होते हैं उसी तरह रियल एस्टेट में भी रिस्क फैक्टर होते है तो चलिए कुछ रियल एस्टेट के रिस्क फैक्टर के बारे में जान लेते हैं ।

बहुत सारे लोग रियल एस्टेट का बिज़नेस शुरू करने के लिए ढेर सारा loan ले लेते हैं लेकिन इन्वेस्टमेंट गलत लोकेशन पर करने की वजह से उनका भारी नुकशान भी हो जाता हैं ।

कई बार आपको अपने प्रोजेक्ट भेजने के लिए कस्टमर खोजने में सालों साल लग जाता हैं इसलिए आपके अंदर पेशेंस होना बहुत जरूरी हैं ।

अधिक जानकारी के लिए इस विडियो को देखे – 

निष्कर्ष – (रियल एस्टेट का बिजनेस कैसे करे)

मैंने आपको रियल एस्टेट क्या है , रियल एस्टेट का बिज़नेस कैसे करें और रियल एस्टेट में इन्वेस्ट कैसे करें ये सभी चीज़े detail में बता दी हैं और मुझे उम्मीद है कि ये पोस्ट आपको बहुत पसंद आया होगा तो आप एक कमेंट जरूर करें । 

हमारे द्वारा दी गयी जानकारी –


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