क्या आपने कभी Hyperloop के बारे में सुना है और क्या आप hyperloop के बारे में जानना चाहते है ?
आज के इस पोस्ट में हम बात करेंगे hyperloop क्या होता हैं या hyperloop किसे कहते है और साथ में समझाएंगे hyperloop meaning in hindi
इस पोस्ट में आपको hyperloop technology के बारे में पूरी डिटेल में जानकारी मिलेगी जिससे बाद आपको hyperloop technology क्या है और ये कैसे काम करती है सब चीज़ समझ आ जायेगा ।
आज के समय में सभी लोग ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं और ये चाहते है की वो जल्दी से अपने डेस्टिनेशन तक पहुंच जाए और हमारे वैज्ञानिक भी हमेसा नई तकनीक की खोज में जुटे रहते हैं जिससे की हमारा सफ़र करने का साधन आसान और तेज हो सके ।
हमारे वैज्ञानिकों ने हमारे यात्रा और बहुत ज्यादा तेज और अच्छा बनाने के लिए एक ऐसे ही तकनीक का अविष्कार किया है जिसे hyperloop technology कहते हैं ।
Hyperloop क्या होता है ?
Hyperloop एक ऐसी टेक्नोलॉजी है जो रेगुलर व्हीकल में आने वाली उन परेशानी को दूर कर देगी जिससे उनकी स्पीड कम होती है ।
आमतौर पर व्हीकल में दो मुख्य कारण होता हैं जिससे उसकी स्पीड कम हो जाती है –
1. फ्रिक्शन
2. एयर रेजिस्टेंस
यही दो कारण है जो मुख्यरूप से गाड़ी के स्पीड को कम करते है , हाइपरलूप टेक्नोलॉजी में फ्रिक्शन और एयर रेजिस्टेंस की प्रॉब्लम दूर होने के कारण हमे बहुत तेज स्पीड मिल जाती हैं ।
अब जानते है की आखिर ये hyperloop दिखते कैसे है?
Hyperloop meaning in hindi
Hyperloop में एक बहुत लंबी वैक्यूम ट्यूब होती है और उसमे कंपार्टमेंट्स होते है जो कैप्सूल की तरह दिखते हैं और इन्हें pod कहा जाता है ।
ये pods वैक्यूम ट्यूब के अंदर बहुत ही तेज़ गति से चलते है इन ट्यूब्स को loop कहा जाता है और इस टेक्नोलॉजी में ट्रांसपोर्ट इस लूप के जरिए ही होता है इस लिए इसे hyperloop technology कहते हैं ।
हाइपरलुप को हम परिवहन का पांचवा साधन भी कहते हैं।
बहुत सारे लोग जब इस टेक्नोलॉजी को इमेजिन करते है की वो एक कंपार्टमेंट में बैठे है और एक ट्यूब की मदद से सुपरफास्ट स्पीड से ट्रैवल कर रहे हैं तो उन्हें ये ज्यादा एक्साइटिंग और थोड़ा डरावना दोनो लगता हैं ।
हमने आपको hyperloop technology के बारे में अच्छे से समझा दिया और अब हम आपको ये बताएंगे कि hyperloop काम कैसे करता है या hyperloop technology कैसे चलेगी ?
Hyperloop काम कैसे करता है ?
आप एक जगह से दूसरे जगह तक ट्रैवल कर पाए इस लिए एक जगह से दूसरे जगह से एक बहुत लंबी ट्यूब तैयार की जाती है जो पिलर्स पे टिकी होती है , इन ट्यूब्स में chote-chote पॉड्स ट्रैवल करते है और इन्ही पॉडस में बैठ के आप एक जगह से दूसरी जगह जा सकते हैं ।
जैसे हमे बस,ट्रेन और गाड़ियों में बैठने को सुविधा मिलती हैं उसी तरह से हम इस pods में भी बैठ सकते हैं ।
Hyperloop में दो तरह की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है –
1. चुंबकीय ऊतोलन
2. एयर प्रेशर
इन टेक्नोलॉजी के वजह से पॉड और ट्यूब्स के बीच फ्रिक्शन नही होता जिससे ये बहुत तेज़ी से ट्रैवल करता है जिसके आगे बुलेट ट्रेन की स्पीड कुछ नही है, hyperloop में ट्यूब की स्पीड लगभग 1200 km/h की रहती हैं ।
दिलचप्स बात ये है की sound की स्पीड भी लगभग इतनी हो होती है , चलिए अब हम जानते ही की आखिर इतने रोमांचक ट्रांसपोर्ट का आइडिया किसने दिया हैं ?
Hyperloop को किसने बनाया है ?
लगभग दो सौ साल पहले 1799 में ब्रिटिश इन्वेंटर George Medhurst ने एक ऐसे ही टेक्नोलॉजी के बारे में लोगो को बताया था और उन्होंने ट्रांसपोर्टेशन का एक तरीका पेटेंट करवाया था जिसे एयर प्रोपल्शन ट्यूब कहा जाता था ।
सन् 2013 में elon musk ने इस आइडिया को बाहर लाया और उनके इस आइडिया की पूरी दुनिया ने सराहना की थी , elon musk ने कहा है की hyperloop ट्यूब्स ट्रेनों से ज्यादा फास्ट होंगे और cars से ज्यादा सेफ होंगे और हवाई जहाज से तुलना में पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचाएंगे ।
Elon musk ने hyperloop टेक्नोलॉजी को सबके साथ शेयर किया हैं और इसे कोई भी बना सकता है , एलान मस्क ने इसका अधिकार सबको दिया हैं ताकि ये टेक्नोलॉजी जल्दी से बन सके और लोग इसका इस्तेमाल कर पाए ।
बहुत सारी कंपनी आज hyperloop बनाने का काम कर रही है ,जैसे – वर्जन Hyperloop वन , HTT , TRANSPOD और ARRIVO
सभी कंपनी हाइपरलूप्स के उपर काम के रही है और हो सकता हैं इनकी कंपनी के hyperloop में थोड़ा बहुत डिफरेंस दिखे जैसे की हमे अलग अलग कंपनी के cars में मिलता हैं , वर्जन hyperloop one कंपनी सबसे जल्दी अपने hyperloop को लॉन्च कर सकती हैं ।
Hyperloop कब तक आएंगे ?
साल 2022 से 2025 के बीच में हमे कुछ जगहों पर hyperloop देखने को मिल सकते हैं ।
Hyperloop टेक्नोलॉजी के क्या फायदे है ?
Hyperloop की मदद से हम जो सफर एक से दो दिन में करते है उसे कुछ ही घंटो में कर सकते है और इसमें बैठने के बाद आप सीधे अपने destination पर ही पहुंचेंगे ।
कुछ रिसर्च में बताया गया है hyperloop टेक्नोलॉजी देखने और सुनने में भले ही बहुत मंहगी लगती हो लेकिन इनके टिकट के दाम बुलेट ट्रेन से भी सस्ते होंगे और इसमें आप बहुत ही सेफ्टी के साथ और तेजी से अपने सफर को पूरा कर पाएंगे ।
जैसा की आप जानते है सभी चीजों के कुछ फायदे और कुछ नुकसान होते है उसी तरह से hyperloop टेक्नोलॉजी के भी कुछ नुकसान है चलिए उनके बारे में भी जान लेते हैं ।
Hyperloop के नुकसान क्या है ?
Hyperloop टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने के लिए हमे एक बहुत बड़ी ट्यूब बनानी पड़ेगी जिसे बनाते समय रास्ते में आने वाले पेड़ो का कटना तय है जिससे हमारे एनवायरमेंट को नुकसान पहुंचेगा ।
बहुत सारे लोग ट्यूब में बैठ के घबरा भी सकते है तो शुरू में कुछ लोगो के लिए ये टेक्नोलॉजी थोड़ी डरने वाली हो सकती हैं ।
Hyperloop के बारे में विडियो फॉर्मेट में देखे –
Video Source – KHAN SIR
निष्कर्ष – (hyperloop meaning in hindi)
इस पोस्ट में हमने आपको hyperloop technology kya hai इसके बारे में पूरी जानकारी दी है और मुझे उम्मीद है की आपको hyperloop kya hai जानकर बहुत ही अच्छा लगा होगा ।
अगर आपको इस पोस्ट hyperloop meaning in hindi में कोई टॉपिक समझने में दिक्कत आ रही है तो हमे कमेंट करके जरूर बताएं ।
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