अगर आप भी जानना चाहते हैं की promoter kya hota hai और promoter meaning in hindi तो आज की यह पोस्ट आपके लिए बहुत मददगार साबित हो सकती है क्यूंकि हमने इस पोस्ट में promoter के बारे में पूरी जानकरी दी है |
अगर आप शेयर मार्किट में पैसा लगाते हैं या शेयर मार्किट के बारे में जानकारी रखते है तो आपने promoter होल्डिंग के बारे में जरुर सुना होगा लेकिन इसे समझने के लिए आपको ये जानना जरुरी है की आखिर promoter कौन होते है या promoter किसे कहते हैं ?
हमने पहले से शेयर मार्किट के बारे में कुछ पोस्ट लिख के रखा है अगर आप शेयर मार्किट सीखना चाहते हैं तो उन्हें पढ़ सकते हैं |
Promoter kya hota hai ?
promoter एक ऐसा व्यक्ति होता हैं जो एक कंपनी को फॉर्म करने और उसके बिज़नेस को establish करने में कंपनी की मदद करता हैं |
आमतौर पर किसी भी कंपनी का promoter उसके owner या डायरेक्टर को कहा जाता है |
बहुत सारी ऐसी कंपनी है जिनके कोई ग्रांटेड promoter नहीं इसलिए जरुरी नही है की हर एक कंपनी का promoter हो |
Paytm एक ऐसी ही कंपनी है जिसका कोई ऑफिसियल promoter नही हैं |
Securities and Exchange Board of India के अनुसार अगर एक फाउंडर के पास कंपनी के 20% से ज्यादा ownership है तो उसे एक promoter कहा जा सकता हैं |
promoter को अपना 20% equity 18 महीने तक अपने पास रखना होता हैं |
promoter के पास 20% stake होता है इस लिए promoter कंपनी को ग्रो करने में मदद करता हैं क्यूंकि अगर कंपनी तो अच्छा प्रॉफिट होगा तो उन्हें भी प्रॉफिट होगा और अगर कंपनी को loss होगा तो promoter को भी loss होगा |
हमने ये जान लिया की promoter क्या होता हैं और लीगल promoter किसे कहते हैं , चलिए अब हम जानते है की promoter के लीगल फंक्शन क्या होता हैं यानि एक promoter कंपनी के कौन कौन से काम करता हैं ?
promoter का क्या काम होता हैं ?
जैसा की हमने आपको बताया की बहुत बार कंपनी के फाउंडर ही कंपनी के promoter बन जाते है अगर वो SEBI(Securities and Exchange Board of India) के rule को फॉलो करते हैं |
कंपनी का promoter बहुत सरे काम में involve रहता हैं जैसे –
- कंपनी का नाम तय करना
- कंपनी की लोकेशन decide करना
- शेयर capital के form और अमाउंट तय करना
- कंपनी के लिस्टिंग के लिए सर्विस प्रोवाइडर तय करना
- कंपनी का रजिस्ट्रेशन और इनकारपोरेशन करना
इन चीजों के आलवा एक promoter ही होता है जो कंपनी को मार्किट में represent करता है और उस कंपनी का पब्लिक face होता हैं |
बहुत सारी ऐसी भी कंपनी होती है जिनके पास कोई promoter नही होता है , ऐसा ज्यादातर नये स्टार्टअप में होता है क्यूंकि उन्हें फंडिंग लेने के लिए अपने stock को dilute करना होता हैं |
promoter क्या होते हैं और promoter के क्या काम होते हैं , इन चीजों को जानने के बाद अब हम जानेंगे की एक कंपनी के लिए promoter क्यूँ जरुरी होता हैं ?
Promoter holding meaning in hindi
जैसा की हमने अभी बताया की promoter कंपनी के लगभग सभी डिसिशन में शामिल रहता हैं और वो कंपनी के पब्लिक इमेज में भी बहुत बड़ा रोल करता हैं |
जब कोई promoter अपनी ownership से रिलेटेड कोई डिसिशन लेता हैं तो उससे रिटेल इन्वेस्टर को ये sign मिलता है की promoter को अपनी खुद की कंपनी में कितना फेथ हैं |
जब भी कोई promoter कंपनी में अपने स्टैक को बढ़ाते है तो रिटेल इन्वेस्टर इसे एक पॉजिटिव sign की तरह रहते हैं और इससे रिटेल इन्वेस्टर का कंपनी के उपर ट्रस्ट बढ़ता हैं और वो इस कंपनी में ज्यादा निवेश करते हैं |
उसी तरह अगर एक promoter अपने स्टैक को बेचता हैं तो रिटेल इन्वेस्टर इसे एक negative signal की तरह लेते हैं |
इसलिए promoter के उपर भी कंपनी के शेयर वैल्यू निर्भर करते हैं इसलिए हम promoter को stock promoter भी कहते हैं |
promoter pledging meaning in hindi
promoter pledging का मतलब होता हैं अपने ही कंपनी के शेयर को प्लेज करके loan लेना , अगर आप शेयर pledging के बारे में जानते हैं तो आपको ये टॉपिक अच्छे से समझ में आएगा |
elon musk ने बहुत बार ऐसा किया हैं उन्होंने अपने कंपनी के शेयर यानि tesla के शेयर को pledge करके loan लिया हैं |
अगर आप एक लिस्टेड कंपनी के शेयर को होल्ड करते हैं और आपको पैसो की जरुरत है तो आप इन शेयर्स को एक फाइनेंसियल इंस्टिट्यूट में pledge करने loan ले सकते हैं और इसे ही share pledging कहा जाता हैं |
promoter pledging example
चलिए एक example जानते है promoter pledging का जिससे हमे ये टॉपिक और क्लियर हो जाये –
मान लीजिये एक promoter अपने होल्डिंग का 1 हिस्सा pledge करके 100 करोड़ रुपये का loan लेता हैं और इसके लिए उसको 125 करोड़ की equal अमाउंट के शेयर को pledge करना पड़ता हैं , मान लेते हैं की उस समय कंपनी के एक शेयर का प्राइस 100 रुपए था लेकिन कुछ टाइम बाद कंपनी के शेयर के प्राइस गिर के 60 रूपए हो जाता हैं तो promoter के loan का प्राइस भी 40% डाउन हो जायेगा |
अगर उसके बाद भी promoter अपने loan को continue रखना चाहता हैं तो उसे 40 करोड़ रूपए फाइनेंसियल institution को वापिस करना होता है और अगर promoter ऐसा नही करता हैं तो फाइनेंसियल institution अपना पैसा रिकवर करने के लिए pledge किये गये शेयर को sell कर सकती हैं जिसके वजह से कंपनी के शेयर और भी ज्यादा डाउन हो सकते हैं |
इसलिए आप किसी भी कंपनी में इन्वेस्ट करने से पहले ये जरुर देखे की उस कंपनी के शेयर pledge हैं या नही |
अब आप सोच रहें होंगे की किसी कंपनी की कितने परसेंट तक share pledging ठीक हैं ?
यह तय नही होता की कंपनी के ज्यादा शेयर अगर pledge है तो कंपनी को loss ही होगा , बहुत सारी ऐसी कंपनी हैं जिनके बहुत कम शेयर pledge होते हैं फिर भी उन कंपनी में रिस्क ज्यादा होता हैं , elon musk अपने लगभग 100 परसेंट शेयर को pledge रखते हैं फिर भी लोग उनके कंपनी में इन्वेस्ट करते हैं क्यूंकि उन्हें कंपनी और elon musk पर भरोसा हैं |
अगर कंपनी में 5 से 10 % शेयर pledge है तो ये ठीक है लेकिन आगर इससे ज्यादा होल्डिंग pledge है तो ये थोडा रिस्की हो सकता हैं |
इस जानकरी को विडियो फॉर्मेट में देखे –
विडियो सोर्स – यूटूब
निष्कर्ष–
हमने इस पोस्ट में promoter क्या होता हैं , promoter meaning in hindi,promoter का क्या काम होता हैं , share pledge meaning in hindi इन सभी टॉपिक के बारे में डिटेल में समझाया हैं , अगर आप अभी भी promoter या शेयर promoter से रिलेटेड और कोई जानकारी चाहिए तो हमे कमेंट करके जरुर बताए |
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